जालंधर, 28 सितम्बर : The Jalandhar Times एनवायरमेंट प्रोटेक्शन वेलफेयर सोसायटी (रजि) के सदस्यों द्वारा बजरंग दल के सहयोग से आज शहीद- ए-आजम भगत सिंह का 117वां जन्मदिन श्री भोलेबाबा मंदिर बस्ती नौ में चल रहे श्री भोलेबाबा सांस्कृत केंद्र के बच्चों के साथ मिलकर मनाया गया। सभी ने शहीद भगत सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।
इस अवसर पर गौरव जौडा, धीरज घई, मास्टर मुनि लाल ने बच्चों को शहीद भगत सिंह की जीवनी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शहीद भगत सिंह एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका जन्म 28 सितंबर 1907 को बंगा में हुआ था भगत सिंह का बचपन से ही देशभक्ति की भावना थी और उन्होंने कम उम्र में ही स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेना शुरू कर दिया था।
उन्होंने 1928 में लाहौर में एक गदर पार्टी की स्थापना की और जल्द ही वे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेता बन गए । भगत सिंह ने अपने जीवन में कई क्रांतिकारी गतिविधियों में भाग लिया, जिनमें 1929 में भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने दिल्ली के असेंबली हॉल में बम फेंका, जिसमें कई लोग घायल हुए थे। भगत सिंह ने 1928 में साइमन कमीशन का विरोध किया था, जिसमें उन्होंने ब्रिटिश सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाई थी। 1929 में भगत सिंह और उनके साथियों पर लाहौर में एक षडयंत्र केस दर्ज किया गया था, जिसमें उन्हें मृत्युदंड की सजा सुनाई गई थी
भगत सिंह की शहादत ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को एक नई दिशा दी और उन्हें एक राष्ट्रीय नायक के रूप में सम्मानित किया गया। उनकी विरासत आज भी भारत में जीवित है और वे हम सबके लिए आज भी एक प्रेरणा के स्रोत बने हुए हैं।
इस अवसर पर श्री भोलेबाबा सांस्कृत केंद्र के संचालक अभिनंदन कुंद्रा, मोहिंदर कुमार, लक्की घई, नीरज मेहरा,वरुण लुथरा, केंद्र की अधियापिकाएं तथा बच्चे उपस्थित थे।