संतोष कुमार और मनीष कुमार को डॉल्फिन होटल , जालंधर से किया गया गिरफ्तार।
26.70 लाख रुपये नकद और पांच पासपोर्ट किए बरामद।
जालंधर, 27 सितंबर: The Jalandhar Times जालंधर पुलिस कमिश्नरेट के तहत पुलिस ने नकली कनाडाई वीजा लगाकर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से 26.70 लाख रुपये नकद और पांच पासपोर्ट बरामद किए हैं। इस मामले की जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर श्री स्वप्न शर्मा ने बताया कि गुरनाम सिंह पुत्र कुन्नण सिंह, निवासी गांव तलवंडी भिंद्रा, बटाला, जिला गुरदासपुर ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत में गुरनाम सिंह ने बताया कि उसने अपने और अपने रिश्तेदारों तथा परिचितों के लिए कनाडा के टूरिस्ट वीजा के आवेदन के लिए 25 असली पासपोर्ट और पैसे उत्तर प्रदेश के लखनऊ निवासी संतोष कुमार को सौंपे थे।
पुलिस कमिश्नर ने खुलासा किया कि संतोष वास्तव में दुबई का निवासी था और उसका असली नाम वाजिद अली, पुत्र निजामुद्दीन है। वह मकान नंबर-274, गांव बरसैनी टोला, उजदीपट्टी, डाकखाना हेमदापुर, थाना पिपराच, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। दूसरा आरोपी मनीष कुमार, पुत्र गुरदेव सिंह, निवासी टीचर कॉलोनी, वार्ड नंबर 2, बलाचौर, जिला एस.बी.एस. नगर है।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि आरोपियों को नकदी और बैंक ट्रांसफर के माध्यम से भुगतान किया गया था। जांच के दौरान पता चला कि संतोष उर्फ़ वाजिद अली ने गुरनाम सिंह को व्हाट्सएप के माध्यम से 22 पासपोर्ट भेजे थे जिन पर कनाडा के टूरिस्ट वीजा के नकली स्टिकर लगे थे। जब गुरनाम सिंह ने इन पासपोर्टों की जांच करवाई तो पता चला कि ये वीजा फर्जी थे।
शिकायत के आधार पर थाना डिवीजन नंबर 2, जालंधर में एफआईआर नंबर 98, दिनांक 21.09.2024 के तहत आईपीसी की धारा 406, 420, 465, 467, 468, 471 के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने आगे बताया कि दोनों आरोपियों, संतोष कुमार उर्फ़ वाजिद अली और मनीष कुमार को डॉल्फिन होटल के पास सब्जी मंडी, जालंधर से गिरफ्तार किया गया। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि मामले की आगे की जांच की जा रही है और और भी जानकारी बाद में साझा की जाएगी।
इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने नकली वीजा रैकेट के बड़े जाल को उजागर किया है और दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद इस गिरोह के और भी सदस्य सामने आने की संभावना है।