जालंधर : The Jalandhar Times जालंधर रूरल पुलिस ने एक बड़े ऑपरेशन के तहत इंटर-डिस्ट्रिक्ट फिरौती और ब्लैकमेलिंग गैंग का भंडाफोड़ करते हुए छह लोगों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी मासूम लोगों को ब्लैकमेल और उनसे जबरन धन वसूलने के मामलों में शामिल थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान जोबनप्रीत सिंह (चन्ननविंदी), राजेश कुमार उर्फ सनी (धंडोवाल), जसकरण गिल उर्फ जस्सा (सैदपुर झरी), बर्जेश कुमार उर्फ मेशी (संधावाल), बूटा सिंह उर्फ बूटा (बाल्मिकी मोहल्ला तालवन) और बर्खा (मेहराजवाला) के रूप में हुई है। ये आरोपी कई जिलों में फैले अपने ठगी के जाल के जरिए मासूम लोगों को निशाना बनाते थे।
सीनियर सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (एसएसपी) जालंधर रूरल, हरकमल प्रीत सिंह खाख ने बताया कि यह गिरफ्तारी एसएचओ शाहकोट पुलिस स्टेशन की अगुवाई में और डीएसपी ओंकार सिंह ब्रार व एसपी इन्वेस्टिगेशन जगरोप कौर बाठ की देखरेख में हुई एक विस्तृत जांच के बाद की गई। यह ऑपरेशन तब शुरू किया गया जब सुल्तानपुर लोधी के 65 वर्षीय दुकानदार नरिंदर सिंह ने शिकायत दर्ज कराई। नरिंदर सिंह को सैदपुर झरी में काम के बहाने बुलाया गया, जहां इस गिरोह ने उसे झूठे आरोपों में फंसाने की धमकी देकर मारपीट की और 5 लाख रुपये की मांग की। उन्होंने नरिंदर से 15,000 रुपये नकद, एटीएम कार्ड छीने और वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिए उसे और धमकाया।
गिरोह का तरीका था कि वे लोगों को सुनसान जगहों पर बुलाते और फिर झूठे अपराधों के आरोप लगाकर उन्हें धमकाते और पैसे ऐंठते थे। पुलिस जांच में पता चला कि यह गैंग कई जिलों में सक्रिय था और इसी तरह से लोगों को अपना शिकार बनाता था। पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर गैंग के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया।
शाहकोट पुलिस स्टेशन में एफआईआर नंबर 143, 5 अक्टूबर 2024 को दर्ज की गई, जिसमें भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें जबरन वसूली, मारपीट और आपराधिक साजिश शामिल हैं। आगे की जांच से पता चला कि इस गिरोह ने अन्य पीड़ितों से भी बड़ी रकम वसूली थी और झूठे फोन कॉल्स और धोखाधड़ी के जरिए उन्हें अपने जाल में फंसाया था।
गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा, जहां पुलिस उनकी रिमांड की मांग करेगी ताकि उनसे और पूछताछ की जा सके। पुलिस टीमें अन्य पीड़ितों की पहचान करने और गिरोह की गतिविधियों से जुड़े और सबूत जुटाने में लगी हैं।
एसएसपी खाख ने कहा कि जालंधर रूरल पुलिस का फिरौती और आपराधिक गतिविधियों के खिलाफ कड़ा रुख है और इस प्रकार के रैकेट में शामिल सभी दोषियों को जल्द से जल्द कानून के दायरे में लाया जाएगा।