जालंधर में हाल ही में हुई तेज मूसलाधार बारिश ने गर्मी से राहत तो दी, लेकिन साथ ही कई निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा कर दी। बारिश के कारण स्थानीय निवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। निचले क्षेत्रों में जलभराव से सड़कें और गलियां भर गईं, जिससे लोगों की आवाजाही में रुकावट आई।
किसानों के लिए यह बारिश चिंता का विषय बन गई है। कई जगह अनाज मंडियों में धान की फसल खेतों में खड़ी थी, जो अब बारिश के कारण बर्बाद होने की कगार पर है। किसान मौसम के इस उतार-चढ़ाव से बेहद परेशान हैं और उनकी फसलें सुरक्षित रखने के लिए उपाय तलाश रहे हैं।
सड़कों पर जलभराव ने न केवल यातायात को प्रभावित किया, बल्कि लोगों को आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी में भी कठिनाई का सामना करना पड़ा। प्रशासन ने जलभराव की समस्या से निपटने के लिए राहत कार्य शुरू किए हैं, लेकिन हालात सामान्य होने में समय लग सकता है।
इस अप्रत्याशित मौसम ने किसानों के चेहरों से रौनक गायब कर दी है, और सभी की निगाहें अब आगामी मौसम पर टिकी हुई हैं, जिससे वे अपनी फसलों को सुरक्षित रख सकें।