जालंधर कमिश्नर संदीप शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की इस दौरान उन्होंने जाली सर्टिफिकेट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। जानकारी के अनुसार फतेहपुरी मोहल्ला टांडा रोड पर कुछ व्यक्तियों की तरफ से नकली सर्टिफिकेट बनाए जा रहे थे। यह सर्टिफिकेट CBSE और PSEB के शिक्षण संस्थान से जुड़े हुए थे।CBSE और PSEB के नकली सर्टिफिकेट बनाकर 20 से ₹25 हजार रुपये आगे दिए जाते थे । पुलिस की तरफ से जब छापेमारी की गई 600 के करीब जाली सर्टिफिकेट बरामद किए गए। पुलिस ने सर्टिफिकेट बनाने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनकी पहचान अमन डाबर और राघव के रूप में हुई है । पुलिस की तरफ से जांच की जा रही है। सर्टिफिकेट की मान्यता के लिए क्या एजुकेशन बोर्ड में CBSE के साथ संपर्क किया जाता था और कौन से अधिकारी इसमें शामिल है। पुलिस की ओर से हर एंगल से जांच की जाएगी।