आम आदमी पार्टी ने अपने 2020 के घोषणापत्र को ‘केजरीवाल का गारंटी कार्ड’ बताया था। 2015 के ट्रैक रिकॉर्ड के अनुसार, ऐसा गारंटी कार्ड वास्तव में केजरीवाल द्वारा दिल्ली से किए गए सभी वादों की विफलता दर की गारंटी है, क्योंकि घोषणापत्र के विश्लेषण से ye स्पष्ट पता चलता है कि केजरीवाल की सरकार अपने घोषणापत्र के वादों का 75% लागू नहीं कर पाई है। अरविन्द केजरीवाल/आम आदमी पार्टी एक ऐसी पार्टी है जो अक्सर ‘जो कहा सो किया’ का राग अलापती है, लेकिन झूठ और वादाखिलाफी को देखते हुए अरविंद केजरीवाल के लिए एक अधिक उपयुक्त नारा होना चाहिए ‘जो कहा उसका 25% किया’। ये बातें आज काँग्रेस की पूर्व सांसद एवं एआईसीसी सेक्रेटरी इंचार्ज-हिमाचल प्रदेश श्रीमती रंजीत रंजन ने एक प्रेस कान्फ्रेन्स में कही।
उन्होंने बताया की आम आदमी पार्टी द्वारा किए गए 70 वादों में से केजरीवाल ने केवल 11 वादों को ही पूरा किया है, और कुछ को केवल चुनाव के समय आंशिक रूप से पूरा किया गया है।
पेयजल,एक अधिकार के रूप में, आम आदमी पार्टी / अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली के 14 लाख घरों में पाइप्ड स्वच्छ पेयजल को पहुँचाने का वादा किया था। जुलाई 2019 की रॉयटर्स की रिपोर्ट दिल्ली में अमीर और गरीब के बीच पानी की उपलब्धता में असमानता को स्पष्ट रूप से रेखांकित करती है, पानी की कमी को दूर करने के लिए टैंकरों का अंधाधुंध उपयोग, पाइप से पानी की आपूर्ति की पूर्ण विफलता का संकेत देता है।
केजरीवाल के मैनिफेस्टो में एक लोकलुभावन एक वादा यह भी था की दिल्ली में 200000 शौचालय बनाये जाएंगे। एक बहुचर्चित प्रकाशन के लेख में बताया है की CAG ने एक भी शौचालय का निर्माण नहीं करने के लिए राज्य सरकार को फटकार लगाई थी। दिल्ली में 500 नए सरकारी स्कूल का निर्माण संबंध में,जैसे 200000 शौचालय का वादा हवा-हवाई निकला. शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने स्वीकार भी किया कि केवल 25 सरकारी स्कूल का निर्माण ही हो पाया हैं। इस पर आप का तर्क देती है कि 1000 से अधिक कक्षाओं को जोड़ा गया है, लेकिन शिक्षकों की भीषण अपर्याप्तता और इसके उत्तर के रूप में 1000 से अधिक कक्षाओं को जोड़ने का तर्क,अरविन्द केजरीवाल का जनता के प्रति कोरे झूठ और फरेब को को उजागर करती है,
दिल्ली में प्रदूषण की बात करें तो ये वादा भी ढकोसला ही निकला, आम आदमी पार्टी/अरविन्द केजरीवाल ने कहा था कि प्रदूषण कम करने के लिए सीएनजी और बिजली जैसे कम उत्सर्जन वाले ईंधन के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा। हालाँकि, स्मॉग की समस्या बढ़ती ही गयी, कई अध्ययनों के अनुसार,वाहनों के उत्सर्जन में समग्र वृद्धि हुई,और सार्वजनिक परिवहन पर दबाव बढ़ा। दिल्ली सरकार ने कहा कि वह कार-पूलिंग को प्रोत्साहित करेगी, और इलेक्ट्रिक वाहनों पर अपनी नीति लेकर आई है। इस संबंध में नवंबर 2018 से आज तक काम चल ही रहा है? दिल्ली के ठग दिल्ली के प्रदुषण के लिए पंजाब के किसानों को दोष देते है और कहतें हैं कि पंजाब के किसान पराली जलातें हैं, इसी कारण दिल्ली प्रदूषित है.
उन्होंने बताया कि पंजाब को नशामुक्त करने का सब्ज़बाग़ दिखाने वाले दिल्ली के केजरीवाल का हाल देखिये,दिल्ली नशीली दवाओं के खतरे से मुक्त नहीं है- एम्स के 2018 के एक अध्ययन के अनुसार, दिल्ली के सड़क पर रहने वाले बच्चों में से एक तिहाई शराब और नशीली दवाओं के आदी हैं।
पंजाब को रोज़गार मुक्त करने का सपना दिखाने वाले केजरीवाल के दिल्ली में रोज़गार का हाल देखिये आप ने अपने घोषणा पत्र में पांच साल में 8 लाख नौकरियां देने का वादा किया था लेकिन सरकार इस मुद्दे पर मुंह छुपाती फिर रही है! आप सरकार का वादा पहले दो वर्षों के लिए प्रति वर्ष 1 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने और अगले तीन वर्षों के लिए प्रति वर्ष 5 लाख युवाओं को सक्षम करने के लिए पहला दिल्ली कौशल मिशन बनाने का था। यह योजना पूरी तरह से विफ़ल रही है। दिल्ली एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज ने एक एक RTI के जवाब में बताया की कि 2016 में 102 लोगों को, 2017 में 66 लोगों को और अप्रैल 2018 तक 46 लोगों को नौकरी दी गई थी। केजरीवाल ने महिलाओं की सुरक्षा के बारे में उन्होंने बताया की,केजरीवाल सरकार सड़कों पर रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था करने में विफल रही है। इसने डीटीसी बसों में,, बस स्टैंडों पर, और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर अपराध के खिलाफ एक निवारक के रूप में सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनाई थी ताकि महिलाएं बिना किसी तनाव के अपना काम कर सकें, लेकिन यह भी अगस्त 2019 तक नहीं हुआ, अगस्त 2019 के आखरी में मात्र 25 CCTV स्थापित DTC बसें उपलब्ध कराई गयी। ।
केजरीवाल सरकार में महिलाओं के विरुद्ध अपराध की संख्या, इनकी एक और विफ़लता की कहानी वयां करती है – बलात्कार के मामले 2012 में 702 से बढ़कर 2018 में 2,135 हो गए हैं, जो 202 प्रतिशत की छलांग है। छेड़छाड़ के मामलों में वर्ष 2012 के 727 से 2018 में 3,134 तक हो गई, यानी छह वर्षों में 335 प्रतिशत की वृद्धि ।
केजरीवाल के शासन मॉडल में खैरात और सब्सिडी से ही उच्च-प्रदर्शन का झूठ जनता के सामने परोसा जाता है, केजरीवाल /आम आदमी पार्टी सिर्फ ठेकेदारी एवं इस्तेहारो की पार्टी है.केजरीवाल के घोषणा पत्र में किये गए वादों की पूरा करने की वर्तमान गति को अगर देखे तो केजरीवाल के प्रत्येक घोषणा पत्र में किये गए वादों को पूरा करने के लिए बीस साल चाहिए।’केजरीवाल का गारंटी कार्ड’ के नाम पर किए गए वादों की झड़ी का स्पष्ट मतलब है 75% विफलता की गारंटी।
आम आदमी पार्टी दिल्ली मॉडल पर एक प्रश्न के जवाब में श्रीमती रंजीत रंजन ने कहा,आंकड़े सिद्ध करती है की दिल्ली के केजरीवाल का झूठ,फ़रेब और नाकामियों से भरा यही “दिल्ली मॉडल” है और इसी झूठ,फ़रेब और नाकामियों के स्वरूप के गुलदस्ते से पंजाब की जनता को ठगकर लूटना चाहती है. तभी तो इनके प्रचार में “मौका अरविन्द केजरीवाल को चाहिए” और “CM होंगे भगवंत मान” ! भाजपा/ अकाली/RSS के मुखौटे से भरे इन बहुरूपियों का सिर्फ और सिर्फ एक ही मकसद है – पंजाब को कैसे लुटा जाए.!!
पत्रकारों के एक और प्रश्न के जवाब में पंजाब चुनाव के मीडिया प्रभारी आनन्द माधव ने कहा की दिल्ली के दो ठग केजरीवाल और मोदी दोनों एक ही सिक्के के दो पहलु है इनका मकसद सपने दिखाकर पंजाब की सम्मानित जनता को गुमराह कर पंजाब को गर्त में धकेलना है. पंजाब के लिए कांग्रेस सरकार का संकल्प है नयी सोच,नया पंजाब- जिसमे पंजाब के सभी वर्ग सूबे के विकास के लिए सरकार में भागीदार होंगे- उनके दुःख और सुख दोनों हमारे होंगे- हम मिलकर नया पंजाब बनाएंगे और जो भी वादे हमने किये है उसको पूरा करेंगे! कॉंग्रेस पंजाब की सम्मानित जनता से मौका नहीं आशीर्वाद मांग रही है! मौके की चाह तो दिल्ली के बहुरूपिये केजरीवाल जैसे अवसरवादियो को होती है !
अतिथियों का स्वागत एवं प्रेस वार्ता का संचालन आनन्द माधव, एआईसीसी कोऑर्डिनटर इंचार्ज मीडिया एवं संचार(पंजाब चुनाव) ने किया। प्रेस वार्ता में दिल्ली की पूर्व श्रीमती मंत्री किरण वालिया,जिला प्रधान (शहरी) बलराज ठाकुर, वर्किंग प्रेसीडेंट हरजिंदर लाडा,विजय दाकोहा, कांग्रेस नेता अजमेर सिंह,मेजर सिंह,राजकुमार राजू,संदीप मेहरा,राहुल रंजन, नवदीप पवार आदि उपस्थित रहे।