मुंबई: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकरार पर सियासी संकट पैदा हो चुका है। जिसकी वजह से देर रात को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मालाबार हिल्स स्थित मुख्यमंत्री के आधिकारिक निवास ‘वर्षा’ से बांद्रा में अपने घर ‘मातोश्री’ के लिए निकले पर इसी बीच मुंबई की बारिश में सैकड़ों शिवसैनिक उनके समर्थन में सड़कों पर खड़े थे। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विधायकों के विद्रोह के बाद जबकि शिवसेना एक और विभाजन का सामना करने जा रही है, ऐसे में कार्यकर्ताओं का समर्थन उद्धव ठाकरे के लिए एक संबल का काम कर सकता है।
महाराष्ट्र सियासत बगावत की शुरुवात मुबई से हुई फिर यह सूरत से होते हुए गुवाहाटी पहुंचा और अब मामला सुप्रीम कोर्ट ने पहुंच चुका है।सुप्रीम कोर्ट याचिका लगातार दलबल करने वाले विधायकों को 5 साल तक चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग की है। दूसरे तरफ शंदे के तीखी तेवर और बागी सुर से ने कहा कि उनके पास 40 वकील की टीम भी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक शिंदे के साथ शिवसेना के 55 में से 33 विधायक मौजूद हैं वही 7 निर्दलीय विधायक भी शिंदे के समर्थन में है। लेकिन सवाल यह है कि क्या शिंदे की बगावत से महाराष्ट्र सरकार गिर जाएगी?
विशेषज्ञ का कहना है कि अगर शिंदे दो तिहाई शिवसेना विधायकों को अपने खेमे में नहीं जुटा पाते हैं तो फिर से कानूनी दांव पेच शुरू हो जायेंगे ऐसे में क्या शिवसेना सदन भांग करने प्रस्ताव राज्यपाल को भेजेगा।
राज्यपाल की अहम भूमिका:
अगर उद्धव ठाकरे और एकनाथ पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाए तो राज्यपाल की अहम भूमिका देखने को मिलेगी।महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम तेज़ी से बदल रही है। जिसमे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की कुर्सी खतरे में पड़ गई है। शिवसेना के बागी नेता एकनाथ सिंदे ने 40 से ज्यादा विधायकों के समर्थन का दावा किया है। ऐसे में इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि ठाकरे की सरकार अब अल्पमत में आ गई है। लिहाज़ा अब हर किसी की निगाहें महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर टिकी हैं। क्या वो विधानसभा को भंग करने का फैसला लेंगे?
महाराष्ट्र में जो सियासी संकट गहरा है। उसमें राष्ट्रपति शासन लगने की भी संभावना बनती दिख रही है। अगर उद्धव ठाकरे सरकार की तरफ से सदन को भंग करने की मांग की गई और राज्यपाल ऐसा लगेगा कि सरकार बहुमत खो चुकी है। कोई दूसरा गुट बहुमत के आसपास नहीं दिखता है तो इस परिस्थिति में राज्यपाल राष्ट्रपति शासन की सिफारिश भी कर सकते हैं।