सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अग्निपथ योजना लांच की पर इस योजना का लोगो को लाभ मिलने से पहले ही इसका युवाओं की तरफ से विरोध किया जा रहा है।अग्निपथ योजना का युवाओं की तरफ से केंद्र सरकार की खिलाफ नारेबाजी कर रहे है।
प्रदर्शनकरियो ने छपरा और कैमूर में पैसेंजर ट्रेन में आग लगा दी। जिसमे छपरा जंक्शन पर करीब 12 गाड़ियां में तोड़फोड़ की गई और 3 ट्रेनों को जला दिया गया है।
अग्निपथ योजना का विरोध राजनीति दलो के साथ साथ आम युवा भी इसका विरोध जता रहे हैं। बिहार में छात्राओं ने जहानाबाद में बड़ा बवाल हो रहा है और गुरुग्राम में दिल्ली और जयपुर हाइवे को जाम किया गया है। इसी के साथ बक्सर और मुजफ्फरपुर में पत्थरबाजी की गई थी।
क्या है अग्निपथ स्कीम?
भारतीय सेना में पहली बार ऐसी कोई स्कीम लॉन्च की गई है, जिसमें शॉर्ट टर्म के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी । इस योजना के तहत हर साल करीब 40-45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा। ये युवा 17 साल से 21 साल की उम्र के बीच के होंगे।
- ये भर्तियां मेरिट और मेडिकल टेस्ट के आधार पर की जाएंगी
- इन चार वर्षों में सैनिकों को 6 महीने की बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाएगी
- 30-40 हजार मासिक वेतन के साथ अन्य लाभ भी दिए जाएंगे
- पहले साल में 30 हजार, दूसरे साल में 33 हजार, तीसरे साल में 36500 और चौथे साल में 40 हजार मासिक वेतन दिया जाएगा
- चार साल पूरे होने के बाद इन सभी अग्निवीरों की सेवा समाप्त हो जाएगी और फिर नई भर्तियां की जाएंगी
- सेवा समाप्त होने वाले 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी काडर में भर्ती किया जाए
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आर्म्ड फोर्सेज में 4 साल की नौकरी के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की। इसके तहत 90 दिनों के भीतर करीब 46 हजार भर्तियां होनी है।
अग्निपथ भर्ती योजना का क्यों हो रहा है विरोध?
केंद्र सरकार ने 14 जून को 4 साल तीनों सेनाओं में भर्ती की योजना शुरू की , जिसमे तीनो सेनाओं शाखाओं कि थल सेना, नौसेना और वायु सेना में युवाओं की बड़ी सख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना शुरू की है।
इस योजना के तहत युवाओं को 4 साल के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देने होगी ।माना यह जा रहा है कि सरकार ने यह कदम तनख्वाह और पेंशन का बजट कम करने के लिए उठाया है।
प्रदर्शनकारियों ने कहा , रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने को अग्निपथ योजना का ऐलान किया था कि इस योजना के तहत युवाओं की नियुक्ति होगी , जिन्हें 4 साल के लिए सेना में नौकरी दी जाएगी ।बताया गया है कि ये भर्तियां देश के सभी 773 जिलों से होंगी। लेकिन कई युवा इससे खुश नहीं है। कहा जा रहा है कि इससे पिछले दो साल में हुई परीक्षाओं का कोई औचित्य नहीं रह गया, क्योंकि बताया गया कि वो भर्तियां भी इसी प्रोग्राम के तहत होंगी।
4 साल बाद 75 फीसदी जवानों को 11 लाख रुपए देकर घर वापिस कर दिया जाएगा । सिर्फ 25 फीसदी की सेवा में कुछ विस्तार होगा इसी नए नियम को लेकर हंगामा व प्रदर्शन कर रहे है।